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Traditional Design Principles: Are They Still Relevant or Just a Myth in Modern Architecture?

Traditional Design Principles: Are They Still Relevant or Just a Myth in Modern Architecture?

परिचय:
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय वास्तुशास्त्र प्रणाली है, जो भवन निर्माण और आंतरिक सज्जा में संतुलन, ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाने में सहायक होती है। यह दिशाओं, पंचतत्वों (धरती, जल, अग्नि, वायु, आकाश) और ऊर्जाओं के संतुलन पर आधारित है। आज के आधुनिक दौर में भी वास्तु शास्त्र की प्रासंगिकता बनी हुई है।

1. घर के मुख्य द्वार के लिए वास्तु टिप्स

मुख्य द्वार को घर का मुख्य ऊर्जा केंद्र माना जाता है। इसके वास्तु-संगत होने से सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।

मुख्य द्वार पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में होना शुभ होता है।

✔ दरवाजा मजबूत लकड़ी का बना हो और इसके सामने अवरोध न हो।

✔ द्वार पर शुभ प्रतीक जैसे ओम, स्वस्तिक या मंगल कलश लगाने से सकारात्मकता बनी रहती है।

2. रसोई के लिए वास्तु दिशा

रसोईघर को अग्नि तत्व का प्रतीक माना जाता है।

✔ इसे दक्षिण-पूर्व दिशा में बनाना शुभ होता है।

✔ गैस स्टोव हमेशा पूर्व दिशा की ओर रखें ताकि खाना बनाते समय मुख पूर्व दिशा में हो।

✔ रसोई में काले रंग का उपयोग कम करें, हल्के रंग जैसे पीला, नारंगी या गुलाबी उपयुक्त होते हैं।

3. शयनकक्ष (बेडरूम) के वास्तु नियम

✔ बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना सबसे अच्छा होता है, इससे मानसिक शांति बनी रहती है।

✔ बेड इस तरह रखें कि सोते समय सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में रहे।

✔ बेड के सामने आईना न रखें, यह नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है।

4. पूजा स्थान के लिए वास्तु नियम

✔ पूजा स्थल उत्तर-पूर्व दिशा में होना सबसे शुभ माना जाता है।

✔ मूर्तियों को सीधे ज़मीन पर न रखें, बल्कि लकड़ी के आसन पर स्थापित करें।

✔ पूजा घर को स्वच्छ और सुव्यवस्थित रखें, यहाँ अंधेरा न हो।

5. ऑफिस या कार्यस्थल के लिए वास्तु उपाय

✔ ऑफिस में बैठने की दिशा उत्तर या पूर्व होनी चाहिए, इससे निर्णय क्षमता बढ़ती है।

✔ टेबल पर क्रिस्टल बॉल या भगवान गणेश की मूर्ति रखना शुभ होता है।

✔ ऑफिस में हल्के रंगों का प्रयोग करें, जिससे कार्यक्षमता और रचनात्मकता बढ़े।

निष्कर्ष:
वास्तु शास्त्र केवल दिशाओं और संरचनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ऊर्जा, संतुलन और सकारात्मकता का विज्ञान है। यदि वास्तु सिद्धांतों को सही ढंग से अपनाया जाए, तो यह जीवन में सुख-समृद्धि और शांति ला सकता है।

यदि आप अपने घर, ऑफिस या किसी भी स्थान को वास्तु-संगत बनाना चाहते हैं, तो विशेषज्ञ परामर्श अवश्य लें।

संपर्क करें: आर्किटेक्ट प्रशांत मिश्रा | वास्तु एवं डिज़ाइन विशेषज्ञ

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